उनकी कब्र की मिट्टी का दृश्य 67 – हारुन अल-रशीद ने कुफा में एक दृष्टि देखी थी, जिसने उसे भयभीत कर दिया और उसे दुखी कर दिया, इसलिए गेब्रियल बिन बख्शुशुआ ने उस पर प्रवेश किया और कहा : आपके पास क्या है, हे वफादार के कमांडर? उन्होंने कहा : मैंने अपने बिस्तर के नीचे से लाल मिट्टी के साथ एक हथेली देखी और कहा : यह हारून की मिट्टी है, इसलिए गेब्रियल ने इसे समझा और कहा : यह आत्मा की बात से पाइप के सपनों में से एक है, इसलिए हम इसे भूल गए, हे विश्वासियों के सेनापति । जब वह खुरासन पर चला गया, तो उसने टूस को पास किया, और उसकी बीमारी ने उसे पकड़ लिया। उसने अपने दर्शन का उल्लेख किया, इसलिए उसने उसे प्रेतवाधित किया और गैब्रियल से कहा : हाय ! क्या आपको दृष्टि से उनकी कहानियाँ याद नहीं हैं? उसने कहा : हां । तब उन्होंने सहर्ष नौकर को बुलाया और कहा : मुझे इस भूमि की मिट्टी से कुछ लाओ, और वह उसे अपने हाथ में लाल मिट्टी लाया । जब उसने देखा, तो उसने कहा : भगवान, यह हथेली जो मैंने देखी, और उसमें जो मिट्टी थी । गेब्रियल ने कहा : भगवान के द्वारा , आप तब तक तीन बार नहीं होंगे जब तक वह मर नहीं गया (1) , और उसने अपनी कब्र खोदने की आज्ञा दी, जिसमें वह घर में था, जो हामिद बिन अबी गण अल-ता का घर है ‘इसलिए, मैंने उसकी कब्र को देखा और कहा : हे आदम के बेटे, तुम इस पर आओगे । फिर उसने आदेश दिया कि वे उसकी कब्र में कुरान पढ़ते हैं, इसलिए वे इसे तब तक पढ़ते हैं जब तक वे इसे समाप्त नहीं कर देते ।