जो कोई भी चर्च, मठ या इस तरह देखता है, तो उसकी अभिव्यक्ति एक झूठा है, जो अपने कार्यों से लोगों को धोखा दे रहा है, और इसमें कोई परिणाम नहीं है ।
जो कोई भी चर्च, मठ या इस तरह देखता है, तो उसकी अभिव्यक्ति एक झूठा है, जो अपने कार्यों से लोगों को धोखा दे रहा है, और इसमें कोई परिणाम नहीं है ।