अल-क़बान : एक महान राजा, और उसका पेंच उसके राजा का पुनरुत्थान है, उसका बिच्छू उसका राज़ है, उसके सेवकों ने उसे और उसकी प्रतिष्ठा को जकड़ा है, और उसका मोहरा उसका फैसला और न्याय है ।
अल-क़बान : एक महान राजा, और उसका पेंच उसके राजा का पुनरुत्थान है, उसका बिच्छू उसका राज़ है, उसके सेवकों ने उसे और उसकी प्रतिष्ठा को जकड़ा है, और उसका मोहरा उसका फैसला और न्याय है ।