उपदेशक अबू सईद ने कहा कि तारीखें अनुमेय पैसे हैं जो नहीं छोड़ी जाती हैं, और यह कहा गया कि जिसने भी देखा कि उसने खजूर से खजूर काटे हैं तो वह एक बेटे को जन्म देगा, और अगर वह उसमें से खाएगा तो वह होगा। एक बेटे से विरासत में मिला आशीर्वाद ।
उपदेशक अबू सईद ने कहा कि तारीखें अनुमेय पैसे हैं जो नहीं छोड़ी जाती हैं, और यह कहा गया कि जिसने भी देखा कि उसने खजूर से खजूर काटे हैं तो वह एक बेटे को जन्म देगा, और अगर वह उसमें से खाएगा तो वह होगा। एक बेटे से विरासत में मिला आशीर्वाद ।