अल-सल्मी ने कहा : कुर्सी देखना किसी भी मामले में अच्छा है जब तक कि शरियत में कुछ ऐसा न हो, और अगर कोई ऐसी चीज है जिसे अस्वीकार किया जाता है तो यह साधक के अधिकार में या तो धर्म में या किसी चीज में अच्छा नहीं है। सांसारिक मामलों में पूछ रहा है ।
अल-सल्मी ने कहा : कुर्सी देखना किसी भी मामले में अच्छा है जब तक कि शरियत में कुछ ऐसा न हो, और अगर कोई ऐसी चीज है जिसे अस्वीकार किया जाता है तो यह साधक के अधिकार में या तो धर्म में या किसी चीज में अच्छा नहीं है। सांसारिक मामलों में पूछ रहा है ।