सूरत अल-ज़ुख्रुफ इब्न सिरिन ने कहा कि जो कोई भी इसे पढ़ता है वह प्रार्थना में दृढ़ रहेगा और हमेशा उपवास करेगा । अल-किरमानी ने कहा कि उन्हें भय और श्रद्धा होगी । और जाफ़र अल-सादिक ने कहा, ~ईमानदार, प्रभावी और सुंदर रहो ।~
सूरत अल-ज़ुख्रुफ इब्न सिरिन ने कहा कि जो कोई भी इसे पढ़ता है वह प्रार्थना में दृढ़ रहेगा और हमेशा उपवास करेगा । अल-किरमानी ने कहा कि उन्हें भय और श्रद्धा होगी । और जाफ़र अल-सादिक ने कहा, ~ईमानदार, प्रभावी और सुंदर रहो ।~