सूरत अल-दुखन

इब्न सिरिन ने कहा कि जो कोई भी इसे पढ़ता है वह रात में खड़ा होने वाला उपासक होगा । और अल-किरमानी ने कहा: ~वह ईमानदार है ।~ और जाफ़र अल-सादिक ने कहा, ~वह आजीविका में अमीर और अमीर होगा ।~