और जो कोई भी देखता है कि उसके पास बहुत तरबूज है, तो वह इंगित करता है कि वह मुसीबत और दुर्भाग्य में पड़ गया है ताकि उसे इसके लिए कोई उपाय न दिखे ।
और जो कोई भी देखता है कि उसके पास बहुत तरबूज है, तो वह इंगित करता है कि वह मुसीबत और दुर्भाग्य में पड़ गया है ताकि उसे इसके लिए कोई उपाय न दिखे ।