और जो कोई शैतान को अपने भय के रूप में देखता है, उसके दर्शन में उसके धर्म में उसकी ईमानदारी, और उसके डर की सुरक्षा को इंगित करता है, सर्वशक्तिमान के साक्ष्य के आधार पर कहता है : “ इसलिए उनसे मत डरो और यदि तुम विश्वासी हैं तो उनसे डरो। । ~
और जो कोई शैतान को अपने भय के रूप में देखता है, उसके दर्शन में उसके धर्म में उसकी ईमानदारी, और उसके डर की सुरक्षा को इंगित करता है, सर्वशक्तिमान के साक्ष्य के आधार पर कहता है : “ इसलिए उनसे मत डरो और यदि तुम विश्वासी हैं तो उनसे डरो। । ~