सूरत अल-लैल जो कोई भी इसे पढ़ता है या उसे पढ़ता है, जैसा कि नफ़्ह और इब्न कथीर ने कहा, वह थोड़े निर्वाह का होगा, और उसे शहादत और रात की नमाज़ और ईश्वर सर्वशक्तिमान की आज्ञाकारिता का आशीर्वाद मिलेगा । यह कहा गया था : जीवित Atbeef ।
सूरत अल-लैल जो कोई भी इसे पढ़ता है या उसे पढ़ता है, जैसा कि नफ़्ह और इब्न कथीर ने कहा, वह थोड़े निर्वाह का होगा, और उसे शहादत और रात की नमाज़ और ईश्वर सर्वशक्तिमान की आज्ञाकारिता का आशीर्वाद मिलेगा । यह कहा गया था : जीवित Atbeef ।