सूरत अल-अराफ

सूरत अल-अराफ: जो कोई भी इसे पढ़ता है या उसे सुनता है, जैसा कि नफ़्ह और इब्न कथीर ने कहा, सभी ज्ञान से कुछ धन्य होगा और एक अजनबी के रूप में मर जाएगा । और यह कहा गया था : वह धर्म के आधार पर आस्तिक होगा, और उसने सिनाई मंच पर पैर रखा । और यह कहा गया था : जो कोई भी इसे पढ़ता है वह यात्रा करेगा, और वह शैतान और उसकी योजनाओं से निषिद्ध होगा । और आदम, शांति उस पर हो, जी उठने के दिन पर उसकी मध्यस्थता होगी । और यह कहा गया था : सूरत अल-अराफ पढ़ना एक दुश्मन पर भारी पड़ रहा है, और उसे एक बदतर स्थिति में देख रहा है ।