और जिसने भी देखा कि उसकी जो इच्छा थी, उसकी कमी पूरी हो गई और वह अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाया, फिर उसकी अभिव्यक्ति उसके विरुद्ध है, लेकिन परिवर्तन अपरिहार्य है ।
और जिसने भी देखा कि उसकी जो इच्छा थी, उसकी कमी पूरी हो गई और वह अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाया, फिर उसकी अभिव्यक्ति उसके विरुद्ध है, लेकिन परिवर्तन अपरिहार्य है ।