कुछ दुभाषियों ने कहा, ~जो कोई भी सोचता है कि वह कुछ चबा रहा है और उसे फाड़ देता है, तो यदि वह चीज उसकी है, तो उससे ऐसे शब्द उत्पन्न होते हैं जो खुद को नुकसान पहुंचाते हैं, और यदि नुकसान उससे किसी और को होता है ।~
कुछ दुभाषियों ने कहा, ~जो कोई भी सोचता है कि वह कुछ चबा रहा है और उसे फाड़ देता है, तो यदि वह चीज उसकी है, तो उससे ऐसे शब्द उत्पन्न होते हैं जो खुद को नुकसान पहुंचाते हैं, और यदि नुकसान उससे किसी और को होता है ।~