और खालिद अल-इस्फ़हानी ने कहा, ~जो कोई भी सांप को देखता है, जो उसकी आस्तीन से बाहर आता है, यह उसके बेटे की दुश्मनी से समझा जाएगा ।~
और खालिद अल-इस्फ़हानी ने कहा, ~जो कोई भी सांप को देखता है, जो उसकी आस्तीन से बाहर आता है, यह उसके बेटे की दुश्मनी से समझा जाएगा ।~