फखानी की व्याख्या एक ऐसे व्यक्ति द्वारा की जाती है जिसका धर्म उसकी दुनिया को प्रभावित करता है और वह अपनी आजीविका में बहुत थका हुआ है ।
फखानी की व्याख्या एक ऐसे व्यक्ति द्वारा की जाती है जिसका धर्म उसकी दुनिया को प्रभावित करता है और वह अपनी आजीविका में बहुत थका हुआ है ।