और जाफ़र अल-सादिक अल-फलाह ने कहा कि यह सात पहलुओं में व्याख्या की जाती है, एक वैध आजीविका, अच्छाई, लाभ, बीमारी, गरिमा, और एक अनुमेय आजीविका की कमाई की मांग ।
और जाफ़र अल-सादिक अल-फलाह ने कहा कि यह सात पहलुओं में व्याख्या की जाती है, एक वैध आजीविका, अच्छाई, लाभ, बीमारी, गरिमा, और एक अनुमेय आजीविका की कमाई की मांग ।