जाफ़र अल-सादिक और तीतर

और जाफ़र अल-सादिक अल-दराज ने कहा, ~इसकी व्याख्या चार तरीकों से की जाती है: एक महिला, निषिद्ध धन, एक जीवित और मुराद का अधिग्रहण ।~