जाबिर अल-मग़रिबी ने कहा : जो कोई भी रात को एक उज्ज्वल दिन के रूप में देखता है और सूरज उग रहा है, तो वह अच्छाई, लाभ, और जो वांछित है उसकी प्राप्ति को इंगित करता है, और जो कोई अन्यथा देखता है, तो उसकी अभिव्यक्ति इससे अलग है ।
जाबिर अल-मग़रिबी ने कहा : जो कोई भी रात को एक उज्ज्वल दिन के रूप में देखता है और सूरज उग रहा है, तो वह अच्छाई, लाभ, और जो वांछित है उसकी प्राप्ति को इंगित करता है, और जो कोई अन्यथा देखता है, तो उसकी अभिव्यक्ति इससे अलग है ।