जाफ़र अल-सादिक ने कहा कि जुए की एक दृष्टि की व्याख्या चार पहलुओं में की जाती है, जो इसके साथ खेलते हैं, झूठ, अवज्ञा, लोगों को दोष देना, युद्ध, प्रतिद्वंद्विता, और चाकू की सर्जरी ।
जाफ़र अल-सादिक ने कहा कि जुए की एक दृष्टि की व्याख्या चार पहलुओं में की जाती है, जो इसके साथ खेलते हैं, झूठ, अवज्ञा, लोगों को दोष देना, युद्ध, प्रतिद्वंद्विता, और चाकू की सर्जरी ।