और जो कोई भी सुल्तान को उम्मीद से चेहरे को तलाक देता हुआ देखता है, तो उसे उतना ही दुख होगा, जितना कि वह चेहरे को और उसके घमंड को तलाक देता है ।
और जो कोई भी सुल्तान को उम्मीद से चेहरे को तलाक देता हुआ देखता है, तो उसे उतना ही दुख होगा, जितना कि वह चेहरे को और उसके घमंड को तलाक देता है ।