उपदेशक अबू सा’द ने कहा: ~जो कोई भी सोचता है कि वह एक यहूदी बन गया है तो अनिवार्य कर्तव्यों को छोड़ देता है और मृत्यु से पहले इस दुनिया में दंडित किया जाता है ।~
उपदेशक अबू सा’द ने कहा: ~जो कोई भी सोचता है कि वह एक यहूदी बन गया है तो अनिवार्य कर्तव्यों को छोड़ देता है और मृत्यु से पहले इस दुनिया में दंडित किया जाता है ।~