साथी की व्याख्या उन तरीकों से की जाती है जो वह देखता है कि वह धर्मी में से किसी का मालिक है वह अच्छा और लाभकारी है, और जो कोई भी अन्यथा देखता है, तो उसकी अभिव्यक्ति उसके खिलाफ है ।
साथी की व्याख्या उन तरीकों से की जाती है जो वह देखता है कि वह धर्मी में से किसी का मालिक है वह अच्छा और लाभकारी है, और जो कोई भी अन्यथा देखता है, तो उसकी अभिव्यक्ति उसके खिलाफ है ।